Kuch Hasin Yaadein

Kuch Hasin Yaadein

शुक्रवार, 3 अप्रैल 2009

तुम ही तुम !!

सुन लूँ कोई धुन तो तेरी आवाज़ सुनाई देती है !

जो देख लूँ तस्वीर कोई , तेरी सूरत दिखाई देती है !!

आँखें बंद कर लूँ तो तेरा ही तस्सवुर है !

आँखें खोल दूँ तो दर पे तेरी परछाई दिखाई देती है !!

2 टिप्‍पणियां:

  1. अच्छी लेखनी हे.../मे ये जानलेना चाहता हू कि, कौनसी टूल उसे करके आपने हिन्दी टाइप करते हे ? रीसेंट्ली मे यूज़र फ्रेंड्ली टाइपिंग टूल केलिए सर्च कर रहा ता, तो मूज़े मिला " क्विलपॅड ". ये तो 9 भाषा मे उपलाबद हे और इस मे तो रिच टेक्स्ट एडिटर भी हे / आप इसिक इस्तीमाल करते हे क्या...?

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  2. Jindgai khubsurat hai sabhi ke liye ho ye jaroori toh nahi,
    Ek ke dil mein pyaar, aur doosre ke dil mein hai hi nahi,

    kisi ko man mein basana har kisi ke bas ki baat nahi,
    pyaar kisi se iss kadar bhi hota hai, kabhi socha hi nahi,

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