Kuch Hasin Yaadein

Kuch Hasin Yaadein

मंगलवार, 10 फ़रवरी 2009

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यूँ तो मेरी शायरी है ज़माने के लिए !

पर कुछ शेर है सिर्फ़ तुम्हारे लिए !!

तुम, जो महका गई मेरी ज़िन्दगी को !

ये दिल धड़केगा अब उम्र भर तुम्हारे लिए !!

ये क्या हुआ...

क्या था, क्या हुआ और अब क्या हो गया हूँ !

करना था बहुत कुछ और मैं सो गया हूँ !!

नींद से निकल आया और ख्वाबों में खो गया हूँ !

मैं क्या हो गया हूँ , मैं क्या हो गया हूँ !!

सोचता हूँ !!

सोचता हूँ चल पडूँ तो रास्ते तमाम है !

जो चल पडूँ तो देखता हूँ मुश्किलें तमाम है !!

मुश्किलों के भेस में दिखती है कुछ सीरतें !

वो सीरतें जिनकी सूरतें बहुत ही आम है !!

शनिवार, 7 फ़रवरी 2009

ये कैसा प्यार..

दर्द-ऐ- दिल इश्क और प्यार
हर कोई कर रहा है आज मोहब्बत यार !
बच्चों का खेल नहीं है इश्क करना,
इन्हें तो चाहिए अभी पढ़ना !!

फैशन के दौर में गारण्टी नहीं होती ,
तभी तो आजकल सच्ची मोहब्बत नहीं होती !
बेटा, जब हो जाओगे जवान मन से और दिल से ,
चुन लेना कोई गुल हसीनाओं की महफिल से !!

प्यार किया नहीं जाता हो जाता है ,
ऐसा अक्सर कहा जाता है !
क्या ये प्यार इतना हावी हो जाता है ,
कि कोई अपने माँ - बाप को भूल जाता है !!

प्यार कर लो , प्यार में नहीं कोई बुराई है ,
पर याद रहे वो बातें भी जो माँ - बाप ने सिखाई है !
फैसले ज़िन्दगी के कुछ भी हो ऐसे होने चाहिए ,
जिससे माँ - बाप को ठेस न लगनी चाहिए !!

जो भी माँ - बाप का दिल तोड़ कर जाएगा,
ज़िन्दगी में कभी ना कभी पछतायेगा !
बेटा, माता - पिता तो प्रभु के वो रूप होते है ,
जिनके कलयुग में भी साक्षात दर्शन और आलिंगन होते है !!

शुक्रवार, 6 फ़रवरी 2009

हसरतें

आज पूरी हो जाएँ सारी हसरतें तो जीना छोड़ दूँ !

हसरतों का ख्याल दिल में ना आए तो पीना छोड़ दूँ !!

सोचता हूँ वक्त के कुरेदे हुए ज़ख्मों को सीना छोड़ दूँ !

और तेरी याद में बह रहे आंसुओं को मुस्कुराहट के दर पे छोड़ दूँ !!

गुरुवार, 5 फ़रवरी 2009

जिंदगी ?

जिंदगी संघर्ष है, सफर है और कभी पहेली भी है !

हरी-भरी है लेकिन , कभी - कभी अकेली भी है !!

जो सीख लिया इस साज़ को तो सुरीली भी है !

और लग गए ग़लत सुर तो ज़हरीली भी है !!

तुम !

वो पल, वो बातें , वो यादें , मुलाकातें !

मेरे संग है बस ये तेरी चन्द सौगातें !!

तेरे ही ख्यालों से रोशन है मेरे दिन !

तेरे ही तस्सवुर से महकती है मेरी रातें !!

रविवार, 1 फ़रवरी 2009

घायल!!

नहीं, वो कोई हूर नहीं इक साधारण बाला है ...

जिसके तीर-ऐ-नीमकश ने घायल मुझे कर डाला है.........