Kuch Hasin Yaadein

Kuch Hasin Yaadein

सोमवार, 10 दिसंबर 2018

माना तुम्हारा गुनाहगार हूँ मैं, और सज़ा का हक़दार भी हूँ।

बस इसी वजह से तुम्हारे दिलोजान में गिरफ्तार भी हूँ ।।

इस खुबसूरत सज़ा की मोहलत है सिर्फ उम्र मेरी।

क्यूंकि कुछ मोहब्बत भरे लम्हों का कर्ज़दार भी हूँ ।।