Kuch shabd Dil Se.....
Kuch Hasin Yaadein
शनिवार, 14 जुलाई 2012
आशा
मेरे प्रेम के ना कोई बोल ना ही कोई भाषा है !
ये तो बस नादाँ दिल की छोटी सी आशा है !!
आशा है थोडा सा प्रेम पाने की, मुस्कुराने की !
किसी दिल में जिंदा रह पाने की अभिलाषा है !!
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें