Kuch Hasin Yaadein

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सोमवार, 14 मार्च 2011

ये  ज़िन्दगी   है  इक  पतंग, ना  होना  इससे   तंग !

है   मांजा  अपने  हाथ   तो  उड़ती  ही  चली   जाएगी ,
जो   छोड़  दिया  तो  फिर  कभी  हाथ   ना  आएगी  !!

मांजा  संभालने   में   अक्सर  उंगली   तो  कटती   है,
लेकिन   मेरे  दोस्त  ज़िन्दगी  तो  ऐसे ही  पटती    है !!


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