Kuch shabd Dil Se.....
Kuch Hasin Yaadein
मंगलवार, 10 फ़रवरी 2009
सोचता हूँ !!
सोचता हूँ चल पडूँ तो रास्ते तमाम है !
जो चल पडूँ तो देखता हूँ मुश्किलें तमाम है !!
मुश्किलों के भेस में दिखती है कुछ सीरतें !
वो सीरतें जिनकी सूरतें बहुत ही आम है !!
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